ये मेरी कहानी Jawan Sali Ki Chudai की है चलिए पढ़ते है।
मैं दिल्ली में एक अपार्टमेंट में रहता हूं, मेरे साथ मेरी पत्नी और मेरे दो बच्चे भी रहते हैं। मेरे ससुराल बिहार में है,
और मेरे ससुराल में मेरी सास और मेरी साली रहती है। मेरे ससुर का देहांत दो साल पहले हो गया था, तब से मुझे अक्सर बिहार में जाना पड़ता है।
Jawan Sali Ke Sath Sex: मेरी साली अर्पिता की उम्र करीब 19 साल है, और वो देखने में काफी मस्त है। पिछले महीने मुझे अपने परिवार के साथ बिहार में जाना था।
पर जाने से ठीक एक दिन पहले मेरी पत्नी की तबीयत खराब हो गई। तो मैं बिहार जाना कैंसिल करना चाहता था, पर मेरी पत्नी ने मुझे।
पत्नी – देखिए जी जहां बहुत जरूरी काम है, आप वहां जाइए और मैं यहां बच्चों के साथ हूं। पत्नी की जिद के करण मुझे अकेले ही बिहार में जाना पड़ा।
दरसल मेरे सुसराल में कुछ जरूरी कोर्ट का काम था, जिसका खतम होना बहुत ज्यादा जरूरी था।
इसलिए मैं अगले दिन बिहार की ट्रेन पकड़ कर अपने ससुराल पहुंच गया। जहां मेरी सास और साली अर्पिता ने मेरा काफी अच्छा स्वागत किया।
मेरी साली एक दम सरल विचार वाली सीधी साधी महिला है। और मेरी साली अर्पिता भी एक दम सीधी साधी भोली सी लगती है।
मैंने रात का खाना खाया और मुख्य कमरे में जा कर सो गया। अगले दिन मैं कोर्ट में चला गया,
जब मुझे पता चला कि अब मुझे इस काम के लिए यहां काम से कम 3-4 दिन तक रुकना पड़ेगा। मैंने जब ये बात अपनी पत्नी से को फोन करके बताई तो वो बोला – आप काम करके ही अब वापस आना,
क्योंकि फिर से छुट्टियां मिलनी बहुत मुश्किल होती है।
मुझे भी ये सही लगा, आख़िर ससुराल का फ़ायदा होगा तो मुझे ही इसका फ़ायदा होगा। क्योंकि ससुराल में जो कुछ भी है
तो वह मेरी पत्नी सविता और उसकी छोटी बहन अर्पिता का ही है। तो कुछ सविता का भी है, जो मेरा ही है।
तो इस काम के लिए मैंने 4-5 दिन पहले रुकने का फैसला किया, और ये जान कर मेरी सास काफी खुश हो गई।
मैंने शाम को अपनी साली से कहा – चलो हम सब आज फिल्म देखते हैं।
अर्पिता ने झट से हां कर दी, पर मेरी सास ने खुद जाने से मन कर दिया।
सास- बेटा मैं तो फिल्म देखने जाती ही नहीं हूं, तुम दोनों जा कर देख आयो।
फिर मैं और मेरी साली अर्पिता मूवी देखने चले गए, जब एक थिएटर में 3 मूवी लग गई थी।
जिसमें से 2 हिंदी और एक अंग्रेजी लगी हुई थी। मैंने सोचा कि हम अंग्रेजी फिल्म ही देखेंगे, तो मैंने दो टिकट ले ली और हम दोनों एडनर चले गए।
थोड़ी देर में फिल्म शुरू हो गई, तो उस फिल्म में काफी बोल्ड सीन थे। उस फिल्म में अभिनेत्री एक रंडी का रोल कर रही थी,
जो एक बीच पर बिकनी पहन कर अपने कस्टमर को ढूंढती रहती थी। कभी-कभी उसके और उसके ग्राहक के बीच सेक्स के कुछ दृश्य भी दिखाए जाते थे।
वो सब देख कर मैं गरम हो गया, और मेरा हाथ मेरी साली के हाथ पर पड़ गया। पर उसने मेरा हाथ वहां से हटाया या नहीं,
और ना ही मैंने अपना हाथ वहां से हटाया. धीरे-धीरे मैंने अर्पिता का हाथ अपने हाथों में पकड़ा और उसे दबा कर मैं बोला – कैसी लग रही है फिल्म?
अर्पिता- धत्त इसमें कितने गंदे सीन हैं.
मैं- अरे यार जवानी में ये सब नहीं देखोगे, तो भला कब देखोगे?
अर्पिता- जीजू आप भी बहुत शरारती हो, आपको तो मजा आता है ना ये सब देखने में?
मैं- हां मुझे तो मजा आता है, पर तुझे नहीं आता क्या?
अर्पिता- नहीं, मुझे शर्म आती है.
मैं- अरे इसमें शरम की क्या बात है, क्या तेरा आदमी नहीं करता है ये सब करने का?
अर्पिता- यार तो करता है पर देखने में शर्म आती है।
मैं- जब आदमी करता है, तो आराम से देखो ना।
मैंने तभी उसके हाथ को टच किया, तो मुझे पता चल गया कि वो गरम हो रही है। अब मैंने उसके हाथ को मसलना शुरू कर दिया, पर वो शांत रही।
फिर मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर ले लिया और उसे मैं सहलाने लग गया। ये कहानी आप Hindi X Story पर पढ़ रहे हैं।
पर फिर भी वो शांत रही, मानो उसे ये सब अच्छा लग रहा था। अब तक मेरा लंड भी पूरा खड़ा हो गया था।
फिर मैंने अपना एक हाथ उसके पीछे से ले जा कर उसकी छत पर रख दिया। अब मैं धीरे-धीरे सहलने लग गया।
पर वो अभी तक मुझे कुछ नहीं बोली, अब उसके स्तन हार्ड हो गए थे। पूरी फिल्म के दौरान मैं उसके स्तनों को सहलाता रहा।
फ़िर फ़िल्म ख़तम होने पर हम दोनों बाहर निकले। तो वो पूरी तरह से सामान्य थी।
फिर मैंने एक रेस्टोरेंट में ले लिया, और जब उसने अपनी पसंद का खाना ऑर्डर किया।
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फिर खाना खा कर हम दोनो अपने घर चले गये। वो मेरे काफी करीब आ गई थी, और उसकी मुझसे सारी जिझक ख़तम हो चुकी थी।
शायद वो समझ गई थी, कि मैं उसे पसंद करने लगा हूं। दरसल लड़की को ये एहसास हो जाता है,
कि कोई मर्द उसके जिस्म की तरफ आकर्षण है। तो वो अपने आप थोड़ी बोल्ड हो जाती है, और कर आराम से हुकुम चला कर बात करती है।
अब ये ही हाल मेरा भी हुआ. घर पहुंच कर मैंने देखा कि मेरी सास ने चिकन बनाया है,
पर हम दोनों बाहर से खाना खा चुके थे। इसलिए मैंने उन्हें मना कर दिया, पर तभी अर्पिता ने मुझे ऐसा कहा कि वो मुझे ऑर्डर दे रही हो।
क्योंकि वो नहीं चाहती थी, कि उसकी माँ ख़राब हो जाये। खैर मैंने अर्पिता की बात मानते हुए चिकन और रोटी खा ली।
खाना पीना करते रात के 12 बजे चुके थे, और मेरी सास सोने चली गई थी।
अब मैं अर्पिता से बोला – यार तूने मुझे बहुत खिला दिया है, अब मैं छत पर थोड़ा घूमने जा रहा हूं ताकि सारा खाना पच जाए।
अर्पिता- मैं भी आपके साथ चलूंगी, मुझे भी अपना खाना पचाना है।
हम दोनों छत पर चले गए, और छत पर पूरा अंधेरा था। जब मैं और अर्पिता हाथो में हाथ डाल कर धीरे-धीरे टहल रहे थे।
अर्पिता- जीजू, आप मूवी हॉल में मेरे साथ क्या कर रहे थे?
मैं- कुछ नहीं मैं तो फिल्म देख रहा था।
अर्पिता- अच्छा आपका हाथ कहां था?
मैं – ओह, वो तो मैं जन्नत की सैर कर रहा था।
अर्पिता- आपका हाथ बड़ा ही सेहतान है, ये मेरी जन्नत को दबा रहा था।
मैं- ये हाथ सच में काफी सेहतां है, अभी भी ये वहीं पर घूमने की जिद कर रहा है।
अर्पिता- तो घुमा दो हाथो को वहां, कोन मन कर रहा है।
मैं- यार यहां छत पर कुछ ठीक नहीं लग रहा है।
अर्पिता- तो चलो ना आपके रूम में चलते हैं.
मैं- पर मम्मी ने देख लिया तो?
अर्पिता- वो नहीं उठेगी मैंने उन्हें निंद की गोली दे दी है।
उसके बाद वो मेरे साथ रूम में आ गई, और उसने खुद रूम का दरवाजा बंद कर दिया।
अब वो मेरे सामने बिस्तर पर लेट गई, उसकी मदमस्त अदाएं मुझे इनवाइट कर रही थी।
मैंने उसका निमंत्रण स्वीकार कर लिया, और मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिये।
अब मैं सिर्फ अंडरवियर में थी, उसके बाद मैंने अपने हाथ उसके स्तनों पर रख कर आराम से दबाना शुरू कर दिया।
वो मेरी तरफ बड़े ही प्यार से देख रही थी, मैंने उसके इशारों को समझा और उसके जिस्म से मैं उसके सारे कपड़े उतारने लग गया।
वो तो मानो इसी का इंतजार कर रही थी। उसने 20 सेकंड के अंदर ही अपने सारे कपड़े मुझसे उतार दिए,
अब वह पूरी तरह से नंगी हो कर मेरे सामने बिस्तर पर लेट गई थी।
अब मैंने अपने हाथ से उसके जिस्म के एक हिस्से को सहलाना शुरू कर दिया।
अब मैं उसकी चूत को भी सहल रहा था, और उसका हाथ मेरे लंड पर था। मेरे लंड के अंदर तूफ़ान मच चुका था।
मैंने अपना अंडरवियर खोल कर अब अपना लंड उसके हाथ में थमा दिया।
अब मैं उसके बदन के ऊपर लेट गया। ये Jija Sali Chudai Ki Kahani आप Hindi X Story पर पढ़ रहे हैं।
अर्पिता- जीजू, मुझे चोदो ना मुझे बहुत मन करता है चुदने का। मेरी सारी सहलिया अपने बॉयफ्रेंड से चुदती है।
मैंने अब बिना किसी देरी के अपने लंड को उसकी चूत में घुसा दिया, और अर्पिता की इससे सील फट गई। पर उसने सिर्फ घुटी घुटी सी चीख मारी,
और वो अपनी चुदाई के दर्द को सहन कर रही थी। मैंने अपनी Jawan Sali Ko Choda ना शुरू कर दिया,
अब वो अपना दर्द सह कर मुझसे चुद रही थी। थोड़ी देर में मेरे लंड ने अपना सारा पानी निकल गया, उसके बाद मैं उससे अलग हुआ।
तो अर्पिता बोली- जीजू, पहली बार तो दर्द ही दर्द मिला है पर अगली बार मुझे मजा दोगे ना?
मैं- हां, अर्पिता First Time Sex में दर्द भी होता है. पर आज तुम आम करो कल शुक्रवार से करोगे तो तुम्हें खूब मजा आएगा।
उसके बाद अर्पिता हर रात अपनी माँ के सोने के बाद, मेरे कमरे में आ कर मुझसे मस्ती में जी भर कर चुदती थी।
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