नमस्ते, दोस्तो कैसे हो आप लोग।
हेलो दोस्तों कैसे हो आप लोग? बहुत दिनो बाद आप लोग के पास आये। जो मुझे नहीं पता था उनको बता दूं मेरा नाम सोनी है।
मैं दिल्ली से हूं. मेरी कई कहानी आ चुकी है ‘Bur Chudai Ki Tamanna Series‘ नाम से।
चलिए Kamuk Bur Ki Chudai 12 शुरू करते है।
उस दिन जब घर पहुँची तो मैं कपड़े बदली और सीधे बाथरूम चली गई।
दोस्तो लैट्रिन करने में गांड में बहुत दर्द हो रहा था। किसी तरह लैटरिंग की और फिर नहाई। और आके बिस्तर पर नंगी ही सो गई।
रात 7 बजे उठी. खाना बनाने का मन नहीं कर रहा था तो मैं बाहर चली गई खाना लाने।
टी-शर्ट और सलवार पहन के निकली. रस्ते पे तो जानते ही हो दोस्तो जब भी कोई लड़की दिखे सब घूरने लगते है।
जब भी रोड पर जाती हूं कोई भी हो देखता है। चाहे बड़े आदमी जो या छोटा।
मैं भी इसी के लिए वैसे ही कपड़े पहनती हूं कि सब देख के मन में जरूर कहें, “क्या माल है एक बार मिल जाए।
” बहुत मजा आता है लड़कों को रिझाना। होटल से खाना लेके घर आ गई और खा के सो गई। ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
अगले दिन स्कूल गई तो वो आया बच्चे को लेके। मैं आगे बढ़ गयी उसकी तरफ।
वो मुझे देख कर मुस्कुरा दिया तो मैंने भी मुस्कुरा दे दी। बच्चे को उठाने को झुकें तभी वो धीरे से बोला, “कैसी है रंडी?”
मैंने कहा, “ठीक हूं।” फ़िर मैं चली आई। जब छुट्टी हुई तो जाते वक्त बोला, “अहिरे धीरे चल मैं आता हूं अभी।
” मैं कुछ दूर गई थी कि आया और मुझे एक पैकेट दिया। मैंने ले ली क्यों कि मैं यहीं सब चाहती थी कि वो मुझे गिफ्ट दे।
वो बोला, “कल सुबह 7 बजे चौराहे पे आ जाना।” मैने कहा “इतने सारे?” वो बोला, “तू बस आ जाना.
और जो दिया है उसे पहन के आना।” फिर चला गया.
मैं घर जाके देखा तो उसमें कुछ चॉकलेट थी और ब्रा पैंटी थी। पैंटी जिसकी आधी गांड ही दिखती है.
अगले दिन मैं सुबह उसकी दी पैंटी ब्रा पहननी और टाइट सूट सलवार पहननी।
और ठीक सुबह 7 बजे चौराहे पर पहुंच गई। वो पहले से ही वहां था तो मैं उसकी तरफ चल दी।
पास गई तो बोला, “बहुत सेक्सी लग रही है तू।” मैंने “धन्यवाद” कहा और बाइक पर बैठ गयी।
आधे रास्ते में जाके बाइक रोका। फिर उसी दुकान में गया और चिप्स वगैरा लिया
और बगल के मेडिकल स्टोर से कंडोम लिया। फिर आके बाइक स्टार्ट किया. वो मेडिकल स्टोर वाला लड़का मुझे ही देख रहा था। ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
मैने कहा, “क्या यही दुकान है और आप कंडोम क्यों नहीं लेते? वो क्या सोचता होगा मुझे देख के।
” तो वो बोला, “क्या सोचता होगा? वो मेरे बारे में जानता है। मैं जब रंडी लता हूं तो हमेशा कंडोम लेता हूं।”
मैने कहा, “बिना कंडोम के ही पेला करो। कंडोम में मज़ा नहीं आता।
” तो वो बोला, “तो इसका क्या करूं? रुक वापस कर देता हूँ।” और वो चला गया वापस करने।
जब दिया तो पता नहीं दुखंदर से क्या बात हुई। फ़िर वो आ गया और दोनो निकल लिये।
मैंने पूछा, “वो क्या बोल रहा था।” तो बताया दुकानदार पूछ रहा था कि क्यों वापस कर रहे हैं।
वो बोला, “मैंने बोल दिया कि इसको बिना कंडोम के ही पसंद है।” मैंने कहा,
“धत यार ये कहने की क्या ज़रूरत थी? वो क्या सोच रहा होगा मेरे बारे में।”
वो बोला, “क्या सोचेगा? वो जान रहा है कि तू रंडी है और पैसे पे चलती है।
” मैंने कहा, मैं पैसा थोड़ी ना लेती हूं।” वो बोला, “उससे क्या? ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
मेरे साथ जा रही है ना तो वो तुझे बाज़ारू रंडी ही समझता है। और तुझे क्या? वो कौन सा तुझे जानता है।”
थोड़ी देर में हम घर पहुँच गये। अंदर गए और वो बोला, “चल शुरू करते हैं।
अभी 2 घंटे हैं. मैं गाना लगाता हूं मोबाइल में और तू मुझे नाच के जोश चढ़ा।” मैंने कहा, “यार मुझे नाचना नहीं आता।”
तो वो मुझे बोला, “देख ये वीडियो जैसा इसमें है वैसा ही करना है।” मैंने देखा एक लड़की नंगी होके नाच रही थी।
और लड़के को गांड हिला हिला के चूची माल माल के उसको मज़ा आ रहा था। मैं समझ गयी.
फिर उसने गाना लगाया और मैं धीरे-धीरे नाचने लगी जैसे मुझे आ रहा था।
Kamuk Bur Ki Chudai 12 – Free Hindi Sex Kahani
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फिर मैं नाचते-नचते उसके कपड़े उतार दी, फिर धीरे-धीरे सलवार सूट भी अपनी उतार दी।
उसका लंड खड़ा हो गया था. पैंटी ब्रा में मुझे देख कर उससे रहा नहीं गया। वो पास आके मेरी चूची मसलने लगा।
फिर मेरे दोनों निपल को चुटकी में पकड़ के खींचने लगा। ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
फिर वो मेरी चूची को मुँह में ले लिया और खींच खींच के चूसने लगा।
मैं भी चूची उठा उठा के इस्तेमाल चूची चूसवा रही थी। चूची चूसने से जोश बहुत चढ़ता है यारो।
दोनों चूची को बहुत चूसा। फिर मुझे बोला, “साली रांड चल मेरे लंड को चूस।
” दोनों खड़े ही थे तो मैं बैठ गई। उसके लंड को मुँह में लेके चाटने लगी. पूरा लंड चट चट के साफ की फिर उसका पेल्हर चाटी।
फिर उसका लंड मुँह में घुसा ली और चूसने लगी। वो मुझे रोक के चूमा और फिर लंड चूसने लगा।
फिर मुझे रोक दिया और खुद लंड मेरे मुँह में चोदने लगा। पूरा लंड मुह में घुसा दे रहा था.
मुझे तो कभी-कभी उल्टी की तरह लगने लग रहा था। कुछ देर ऐसे ही पेला मुँह में फिर मैंने लंड चूस लिया।
फिर वो बिस्तर पर सो गया और मुझसे बोला अब लंड चूसो।
मैं भी देर से लंड चूसने लगी. वो मेरे सर को पकड़ के सर नीचे दबा दबा के लंड चूस रहा था।
मैं तो पुरे जोश में आ गई थी। फ़िर वो बोला, “मेरा पेल्हड़ भी चाट।” तो मैं उसका दोनों बॉल चटने लगी।
फिर मैं गेंद के नीचे चाटने लगी और चाटते चाटते उसके दोनों तांग उठा दी और उसकी गांड की छेद में जीभ लगा दी। और उसकी गांड चाटने लगी. ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
खूब थूक लगा लगा के उसकी गांड चाटी। उसको बहुत मजा आ रहा था. आंख बंद करके तांगे उठा रखी थी।
मैंने अपनी एक उंगली उसकी गांड के छेद पर रगड़ने लगी।
फ़िर धीरे से उसकी गांड में डाल दी। वो कुछ बोला नहीं तो मैं भी उंगली उसकी गांड में पेलने लगी।
थोड़ी देर में ही उसने अपनी आंखें खोल दी और मेरी तरफ मुस्कुरा के देखा।
वो बोला लंड चूस ना तो मैं उंगली निकाल रही थी।
वो बोला उंगली रहने दे और लंड चूस. तो मैं लंड मुँह में डाल ली और लंड चूसने लगी। और नीचे से उंगली उसकी गांड में अंदर बाहर करने लगी।
उसको भी पूरा जोश आ गया और बोला, “भाग भोसड़ी की चल, चलो अब मुझे तेरी माँ चोदनी है।
” मैं तुरंत लेट गई और वो जोश में थी और मैं भी जोश में थी।
हाथ से लंड बुर में पेल दिया. और लगतार करीब 10 मिनट एक स्पीड में लंड पेल रहा।
मैं सोची, “इसे क्या हो गया।” फिर वो स्लो हो गया. मैं बोली, “जरा लंड एक बार और चूसवा दो। ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
” तो वो लंड बुर से निकल के मेरे मुँह में दे दिया. मैं भी मजे से उसका लंड चूसने लगी।
फिर वो लंड बुर में पेलने लगा. पेलते पेलते वो लंड निकल के मेरी गांड में डाल दिया और गांड मरने लगा।
फ़िर बोला, “कुतिया सारी मेहनत मैं ही करूँगा? चल ऊपर आ।”
तो मैं उठ गई और वो लेट गया। और लंड पकड़ के गांड की छेद उसपार रख कर लंड गांड में घुसा ली।
और गांड उठा उठा के ऊपर नीचे गांड पटाने लगी। लंड गांड में सन्न सन्न जा रहा था।
दोस्तों गांड मरवाने में तो सुरु सुरु में दर्द होता है।
पर जब गांड पानी चोदती ही तो बुर चोदने से ज्यादा मजा गांड मरवाने में आता है। मेरा हाल बुरा हो गया. बहुत ज्यादा जोश चढ़ गया था.
और गांड मरवटे मरवटे मेरी बुर हार मन गई और माल थूक दी।
मैं सुस्त हो गयी. तभी वो बोला, “झड़ गई?” मैंने कहा तो बोला, “चल अब आएगा असली पेलाई का मजा। जब मैं तुझे तड़पा के पेलूँगा।” ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
सच दोस्तो लंड डाल के वो फुल स्पीड में पेलने लगा। जब झड़ने वाला था तो बोला, “तेरी बुर के ऊपर गिरा देता हूं।
” फिर जोर जोर से चोदने के बाद जब निकलने वाला था तो तुरंत लंड निकाल के बुर पर पानी गिरा दिया। और बगल में सो गया.
दोनों सुस्त होके बिस्तर पर देर रहे. उसके बाद मैं बुर धोने के लिए उठी तो बोला, “एक काम कर बुर मत धो।
ऐसे ही रहने दे।” मैंने कहा, “मुझे स्कूल जाना है कैसे ऐसे रहूंगी।” तो बोला, “जो बोल रहा हूँ वो कर।” इसी पे पैंटी पहन ले।”
तो मुझे उसके लंड के माल के ऊपर ही वो पैंटी पहन ली।
गिला गिला महसूस हो रहा था. ऊपर से मेरी बुर से पानी निकला था उसकी बुर भी गिली हो गई थी।
बहुत अजीब लग रहा था. सलवार सूट पहननी और दोनो चले आये। वो मुझे स्कूल के पास उतार दिया।
मैं चल रही थी तो निचे पूरा गिला लग रहा था। बहुत अजीब लग रहा था.
पैंटी भीज़ने से एक साइड फिसल जा रही थी और बार-बार बुर में फंस जा रही थी। ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
दिन भर ऐसा ही लगा रहा। मैं मौका देख कर अक्सर पैंटी सही कर लेती।
स्कूल छुट्टी हुई तब तक पैंटी सूख गई हाय। मैं उसके बच्चे को लेके बाहर निकली।
वो बहार ही खड़ा था बोला, “धोई नहीं ना?” मैंने “नहीं” करके सारा हिला दिया। फिर वो चला गया. मैं घर आ गयी.
घर पहुछते ही मैं तुरंट कपडे निकली पैंटी देखी तो पूरी सफ़ेद सफ़ेद पैंटी हो गई थी।
माल जादा गिरा था उसका जिसकी मेरी सलवार में भी उसका माल लग गया था। मैं नहायी और कपडे धो कर सो गयी।
दोस्तो वो बहुत शौकीन था। उसको नई नई चीज़ करना बहुत पसंद था।
एक बार वो मुझे दूसरे शहर ले गया था और किसी और से पेलवाया था। बहुत मज़ा आया वो भी. ( Kamuk Bur Ki Chudai 12 )
अगर वो Hindi Sex Stories भी जानना है तो मुझे ईमेल करना दोस्तो। मेरी मेल आईडी है soni4u9@gmail.com. अलविदा दोस्तो.