हेलो दोस्तो मेरी उम्र 25 साल है और रंग गोरा है। मेरी कहानी है बारिश में अनजान आदमी से रोमांटिक गांड चुदाई की – Romantic Gand Chudai
मेरी ऊंचाई 5’5″ और मेरा वजन 95 किलोग्राम है।
मेरी छाती लड़कियों की छाती की तरह है, तो अब मैं सीधे Hindi Gay Sex Story पर आता हूँ।
बात कुछ दिन पहले की है मैं अपने रिश्तेदार के घर शादी करने गया था।
जिस दिन मैंने वापस आना था, उस दिन सुबह से ही जोर से बारिश हो रही थी, मैं जैसे तैसे बस स्टॉप पर पंहुचा।
मेरी बस छूटने वाली थी, पर मैं बस में चढ़ गया। बस में ज्यादा सवारी नहीं थी,
थोड़ी दूर जाने के बाद बस कंडक्टर ने कहा आगे रास्ता बंद कर दिया है। इसलिए अब बस आगे नहीं जायेगी।
ये सुन कर सारे मुसाफिर परेशान होने लग गए, तो ड्राइवर ने कहा कि यहां कुछ ही दूर एक होटल पर है। वहाँ रात को आप सब रुक जाओ।
ड्राइवर की बात सुन कर सब अपना सामान लेकर यात्री शेड के नीचे खड़े हो कर टैक्सी या ऑटो का इंतजार करने लग गए। कुछ आने वाली कार से भी लिफ्ट मांग रहे थे। ( Romantic Gand Chudai )
मैंने भी लिफ्ट के लिए ट्राई किया पर मुझे लिफ्ट नहीं मिल रही थी।
इतने में मैंने एक कार रुकवाली तो कार रुक गई और कार का शीशा नीचे हुआ। तो अंदर करीब 30 साल का लड़का अंदर बैठा था।
मैंने उसे लिफ्ट के लिए बुलाया और उसे सारी बातें बताईं। वो कुछ देर तक मुझे घुरता रहा।
मेरी सफ़ेद शर्ट पहनने से मेरा जिस्म चिपक गई थी, जिसके निप्पल साफ़ दिख रहे थे। और फिर उसने मुझे लिफ्ट दे दी।
मैं कार में बैठ गया, और उसने मुझे अपना नाम ( रमेश ) बताया। मैंने भी अपना परिचय देते हुए उसे बताया, मैं जीतू हूं दिल्ली से।
मेरा नाम सुन के रमेश ने हंसते हुए कहा, जीतू यानी मीठा और हम दोनो हंस पड़े।
रमेश ने कार के बंगले के गेट के पास रोक दी और कहा कि मेरा घर आ गया है,
और होटल यहां से 2-3 किमी दूर होगा। मैं कार से उतरने लगा तो रमेश ने मुझे कहा.
रमेश – अगर कोई प्रॉब्लम ना हो तो मैं उसके साथ उसके घर रुक जाऊँ। क्योंकि इतनी रात को बारिश में होटल तक पहुंचना आसान नहीं है। ( Romantic Gand Chudai )
मैं थोड़ी जिजक के साथ मान गया, क्योंकि मेरे पास टाइम पास करने के लिए कोई और विकल्प भी नहीं था।
उसके नोकरो ने गेट खोला और कार अंदर चली गई। कार से उतरकर मैं रमेश के साथ अंदर चला गया,
सच में उसका आलीशान बंगला था। नोकर ने हम दोनो को तौलिया दिया, रमेश ने अपने सारे कपड़े उतार दिए।
सिवाए चड्डी के उसकी जिमटोन बॉडी देख के मैं तो देखता ही रह गया।
उसकी चड्डी में उसके लंड का आकार साफ दिख रही थी, उसने तौलिया अपनी कमर पर लपेट के चड्डी भी उतार दी।
और वो दूसरा अंडरवियर पहनने लग गया, पर इस बार जो उसने अंडरवियर पहना, उसमें वो पहले से भी ज्यादा हॉट लग रहा था।
जैसे ही उसने मेरी तरफ देखा मैंने सर पर तौलिया रख कर अपने आप को पोछने लग गया।
रमेश – गीले कपड़े उतार दो, शर्मते क्यों हो। यहां हम दोनो ही तो हैं।
मैंने एक एक करके अपने कपड़े उतार दिए, रमेश मुझे देखता ही रहा और फिर वो मुझसे बोला।
रमेश – तुम्हारे मेरे कपड़े तो आएंगे नहीं तो तुम तौलिया लपेट लो।
मैंने तौलिया लपेट लिया, रमेश बार-बार मुझे देख रहा था। मुझे अब शर्म भी आ रही थी।
तभी रमेश के नोकर ने खाना लगा दिया, और फिर खाना खाकर हम टीवी देखने लग गए।
नोकर ने आ कर खा कि उसे सामान रख दिया, फिर रमेश ने उसे जाने के लिए बोल दिया और नोकर कब से चल गया,
रमेश ने अपने लिए एक पैग बना लिया और पीने लग गया। तब से टीवी पर हॉट सीन चल रहा था, ये देख कर रमेश ने मुझे खा।
रमेश – चलो अब सोते है। ( Romantic Gand Chudai )
मैं जैसा ही उठा रमेश ने मेरा हाथ पकड़ के मुझे खींच के अपनी गोदी में बिठा लिया। और वो मेरे बूब्स को सहलाने लग गया, मैंने गुस्से में उसे खा.
मैं – ये क्या कर रहे हो आप।
और मैं उठ गया, फिर मैंने अपने गीले कपड़े उठाए और पहनने लग गया। रमेश ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खा.
रमेश – पागल मत बनो इतनी बारिश में रात को कहाँ जाओगे।
ये कह कर उसने मुझे पीछे से अपनी बाहों में भरते हुए खा।
रमेश – इस बारिश में तो सिर्फ प्यार का मजा आता है, और आज तुम मेरी बीवी बनो ना। मैने तुम्हे प्यार करना है.
और ये कहते ही उसने मेरा तौलिया उतार दिया, उसका लंड का उबार मेरी गांड में साफ़ चुब रहा था।
फिर रमेश ने मुझे अपनी तरफ से घुमाया और उसने मेरे होठों पर किस कर दिया।
फिर वो मुझे बिस्तर पर उठाकर बेडरूम में ले गया और उसने मुझे बिस्तर पर पटक दिया।
फिर वो मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे चेहरे पर चुंबन करते हुए, मेरे होठों को चूमने लग गया।
करीब 10 मिनट तक डीप स्मूच करने के बाद वो अपनी जीभ मेरे मुँह में डालने लग गयी। जब वो मेरी गर्दन पर किस करते हुए, मेरे निप्पल को मसलने लग गया। ( Romantic Gand Chudai )
मैंने उसके हाथ हटाना चाहे. तो उसने मेरा एक हाथ पकड़ के तकिये के नीचे कर दिया। और मेरा दूसरा हाथ अपने नीचे कर दिया।
रमेश मेरे निपल्स पर टूट पड़ा और वो उनको चूसने लग गया। कभी वो मेरे निप्पल को खींचती तो कभी दांतों से काट देती।
मेरी सिसकियाँ तेज़ हो गई रमेश ने मेरे दोनो बूब्स को अच्छी तरह से चूसा।
जब रमेश ने मेरे बूब्स से अपना मुँह हटाया तो मेरे बूब्स बिल्कुल लाल हो गए। और रमेश के दांतों के निशान साफ साफ दिख रहे थे।
रमेश अपनी जीब मेरी नौसेना पर घुमाने लग गया, और मेरी नौसेना को चूमने लग गया। रमेश ने मेरा मुँह पकड़ कर अपने अंडरवियर पर रगड़ने लग गया।
फिर रमेश ने अपना अंडरवियर नीचे कर दिया। अब उसका लंड हवा में झूल रहा था, उसका लंड लगभग 8″ लंबा और 3″ मोटा होगा।
मैं उसके लंड को देख के डर गया, उसने अपने लंड के आगे बढ़ते हुए कहा।
रमेश – जान इसे प्यार करो ना प्लीज।
मैंने उसके लंड को हाथ में पकड़ लिया, उसका लंड एक दम कड़क और गरम था। जिस लोहे की छड़ की तरह गरम हो रहा था, फिर रमेश ने मुझे कहा।
रमेश – ऐसे नहीं मुँह में लेकर प्यार करो ना। ( Romantic Gand Chudai )
और वो अपने लंड को मेरे होठों पर रगड़ते हुए, लंड को जबरदस्ती उसने मेरे मुँह में अपना लंड डाल दिया।
और वो मेरे सर को पकड़ कर अपने लंड को आगे पीछे करने लग गयी।
थोड़ी देर बाद लंड चूसने के बाद जब रमेश ने लंड बाहर निकाला। तो वो पूरा गीला हो गया था।
रमेश ने मुझे पेट के बाल लिटा दिए, वो मेरी गांड के छेद पर किस करते हुए अपने जीभ से मेरी गांड चाटने लग गई। और फिर अपनी एक उंगली मेरी गांड में घुसने लग गया।
पर मेरी टाइट गांड में रमेश की उंगली नहीं जा रही थी, तो उसने बेड की साइड की दरमेश से लुब्रिकेंट निकाला,
और उंगली पर लगा कर मेरी गांड में घुसा दिया। और वो मेरी गांड में उंगली घुमाने लग गयी।
फिर उसने अपनी दूसरी उंगली भी मेरी गांड में डाल दी। अब उसने मेरी गांड में लुब्रिकेंट डाला और अपना लंड मेरी गांड पर रगड़ने लगा।
और फिर लंड को मेरी गांड के छेद पर सेट करके उसने एक जटका मारा।
और रमेश के लंड का सुपड़ा मेरी गांड में घुस गया, मैं चिका आआआह उछल के आगे हो गया। जिसके रमेश का लंड बाहर निकल गया। ( Romantic Gand Chudai )
रमेश ने मेरी कमर को पकड़ के दोबारा लंड को मेरी गांड के छेद पर सेट किया।
और एक जोर का धक्का मारा और रमेश का आधा लंड मेरी गांड में घुस गया। मैं जोर से चिल्लाया और बोला.
मैं – आआह्ह प्लीज बाहर निकालो।
पर रमेश पर मेरी चीख का कोई असर नहीं हुआ, उल्टा उसका जोश बढ़ गया। उसने एक और जोर से धक्का मारा और अपना पूरा लंड मेरी गांड की चीख़ अंदर घुसा दी।
मुझे ऐसा लगा जैसा किसी ने गरम रॉड मेरी गांड में डाल दी हो। कुछ देर रुकने के बाद रमेश अपने लंड को आगे पीछे करने लग गया।
मैं रमेश के नीचे मछली की तरह चटपटा रहा था, रमेश Meri Chudai करते हुए मुझसे बोला।
रमेश – सच में बहुत मीठे हो, लेकिन आज से तुम जीतू नहीं मेरी मधु हो। और आज तुम्हारी सील तोड़ कर मैं तुम्हारा पति बन गया हूं।
अब मेरा दर्द भी थोड़ा कम हो गया, मैं भी गांड उछल उछल के चुदने लग गयी।
फिर रमेश सीधा लेट गया, और मैं उसके लंड पर बैठ कर अपनी गांड चुदने लग गई।
फिर रमेश ने मुझे घोड़ी बना कर मेरे पीछे से चुदाई करने लग गया। करीब 20 मिनट बाद उसके धक्के से एक दम तेज़ हो गए, ( Romantic Gand Chudai )
और उसने अपने सारे लंड का पानी मेरी गांड में ही निकाल दिया। और वो मेरे ऊपर ही ढेर हो गया और वो बोला।
रमेश – मेरे लंड ने तुम्हारी गांड में बरसात कर दी है।
उस रात रमेश ने दो बार मेरी चुदाई की और फिर हम दोनो नंगे ही एक दूसरे की बाहों में सो गए।
सुबह जब मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि मैं रमेश की छाती पर सर रख के सोया था। और मेरा हाथ रमेश के लंड पर था और उसका एक हाथ मेरी गांड पर था।
मैं – अब मैं बारिश रुक गई हूँ।
रमेश – जान अभी एक चुदाई का सीज़न बाकी है।
और वो मेरे स्तन दबाने लग गई, तभी रमेश का फोन बजा, उसने उसकी बीवी का फोन किया। उसकी बीवी ने उसे पूछा क्या कर रहे हो?
तो रमेश ने मेरे बूब्स दबाते हुए कहा – कुछ नहीं जान तुम्हारे बूब्स दबा रहा हूं।
उसकी बीवी शर्मा गई और बोली – जब देखो बस सेक्स, अच्छा मैं कुछ दिन रुक जाऊँ।
रमेश – तुम्हारे बिना मैं इतने दिन हाथ से हिलाउँगा।
उसकी बीवी बोली – प्लीज जानू। ( Romantic Gand Chudai )
फिर रमेश ने जूठा गुस्सा दिखाते हुए कहा – ठीक है सात दिन बाद आ जाना।
फिर रमेश ने फ़ोन काट दिया. फिर मुझे अपनी और खिंचते हुए कहा.
रमेश – जान बारिश रुकी नहीं है अभी 7 दिन और होगी। मेरे लंड की बारिश तुम्हारी गांड में।
फिर मैंने घर पर फोन कर दिया, कि मैं अपने दोस्त के साथ कुछ दिन घूमने जा रहा हूं।
तो दोस्तो अगली कहानी में आपको बताऊँगा कि रमेश ने 7 दिनों में मेरी चुदाई कैसे की।
और आप लोगो को मेरी ये Gay Sex Story Hindi कैसी लगी, कृपया कमेंट करके जरूर बताएं।
और जो मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो तो मुझे मेरी ईमेल आईडी पर मेल कर दीजिए।