पडोसी अंकल ने रातभर की चुदाई » Uncle Gay Sex Story

नमस्कार मित्रों! आज मैं मेरी पडोसी अंकल ने रातभर की चुदाई ( Uncle Gay Sex Story ) की कहानी बताने जा रहा हूं। 

मेरा नाम अभी है और मेरी उमर 23 साल है। ये कहानी तब की है, जब मैं 19 साल का था,
मैं थोड़ा ज्यादा ही Hindi Gay Sex Story पसंद करता था। और आज भी करता हूं।

और मुझे कठिन और गंदा और हर थोड़ा हटके Gay Sex Kahani पसंद है।
जेसे की Indian Old Man Gay Sex अब चलते है मेरी कहानी पर।

मेरा स्कूल ख़त्म हो गया है और मैं परिणाम का इंतज़ार कर रहा हूँ। मैं मजे में फिर घूम रहा था,
उसी बीच एक दिन पापा के सिर पर चोट लग गई। इलाज के लिए उन्हें दिल्ली जाना पड़ा।

मेरे घर में पापा और माँ के अलावा कोई नहीं है। तो माँ और पापा को बाहर ट्रीटमेंट के लिए जाना था। 

और मुझे अब घर पर अकेले रहना था। तो इसलिए मुझे अपने पड़ोस के एक अंकल के घर रात को रहने को कहा था।

जब तक मम्मी और पापा वापस घर न जाएं, वो अंकल अकेले ही रहते हैं। अंकल मेरे पापा के अच्छे दोस्त थे, ( Uncle Gay Sex Story )

वो हमारे यहां अपने किसी के लिए किराए पर रहते थे। उसका घर बिहार में है, उस अंकल ने परीक्षा के समय मुझे ट्यूशन भी दी थी।

तब से अंकल से मेरा भी एक अच्छा रिश्ता हो गया था। पर उसका यहाँ कोई भी नहीं था. 

पापा के दिल्ली जाने के बाद मैं शाम को अपने घर का ताला लगाकर अंकल के घर चला आता था।

परीक्षा के बाद अब पढ़ाई नहीं थी, तो मैं बस टीवी ही देखता था। टीवी देखते हुए मैं अंकल के साथ इधर उधर की बातें कर रहा था। 

पहला दिन तो ऐसा ही कट गया, और मैं बता दूं। अंकल की उम्र 48 या 50 साल है, और लम्बे काले अच्छे स्वस्थ शरीर वाले थे।

उनका चेहरा जरा भी सुंदर नहीं था, क्योंकि उनके चेहरे पर बहुत सारे दाने थे। दूसरे दिन शाम को जब मैं आया, 

तो उन्होंने मुझे खाकर बाज़ार जा रहे हैं। और उन्होंने मुझे घर पर रहने को कहा, तो मैं घर पर था।

और अंकल बाहर से सब्जी लेने चले गये। कुछ देर बाद मेरे सामने ही बीयर ले कर बैठे थे। एक बीयर खत्म होने के बाद उन्होंने मुझे कहा.

अंकल – लो बेटा तुम भी एक गिलास लो।

पर मैंने अंकल को मना कर दिया, पर मन ही मन पहली बार इसे ट्राई करने का दिल कर रहा था।

 क्योकी के उससे पहले मैंने कभी बीयर नहीं पी थी, उसी के बीच उन्होंने मुझे कहा।

अंकल – बेटा आजकल बाप बेटे एक साथ बैठ कर पीते हैं। ( Uncle Gay Sex Story )

फिर मैंने एक गिलास पी लिया, और उसके बाद दो चार गिलास पी लिये। पाइन के बाद थोड़ा खाना खा कर मैं अंकल के साथ ही सो गया। 

रात को करीब 3:30 बजे मेरी नींद खुली, और मैंने देखा कि अंकल मेरे ऊपर एक टांग चढ़ा कर अपने पेट और छाती पर रगड़ रहे हैं।

कमरे में अँधेरा था, इसलिए मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैं उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा था, 

पर उसका कोई फायदा नहीं हुआ। फिर उन्होंने मेरी पैंट में अपना हाथ डाला, और अब वो 6 इंच के लंड को रगड़ रहे थे।

मुझे बहुत अजीब लग रहा था, और फिर वो मेरे होठों को चूम कर मुझे किस करने लग गया। अंकल के चेहरे के पिम्पल की वजह से मैंने अपने होठों को अंदर की तरफ कर लिया।

अंकल मेरे ऊपर आ गए थे, और फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया।
जब मेरा हाथ उनके लंड पर लगा, तो मैं दंग रह गया।
क्योंकि उनका लंड काफी बड़ा और मोटा था। ( Uncle Gay Sex Story )

और तो और मुझे भी कुछ महसूस हो रहा था, अब मेरा लंड भी खड़ा हो गया था।
और मैं उसके लंड को हाथ में पकड़ कर खेलने लग गया।
फिर अंकल ने मुझसे उन को कहा, और फिर वो ले गए।

और फिर उन्होंने मुझे नीचे जाने को कहा, मैं नीचे गया। मुझे भी ये सब अच्छा लग रहा था, तब अंकल ने मुझे फिर खा लिया।

पर मैंने मना कर दिया, क्योकि अंकल काले थे। और मुझे उनका लंड मुँह में लेना बहुत अजीब सा लग रहा था। 

उन्होंने मुझे बहुत मनाया और फिर हार कर मैंने उनका लंड अपने मुँह में ले लिया।

मैं जितना गन्ध उनके लंड को समझ रहा था, असल में ऐसा कुछ भी नहीं था। 

फिर मैंने थोड़ी देर तक उनका लंड चूसा, और फिर उन्होंने मेरा सिर पकड़ कर मुझे ऊपर खींच लिया।

फिर वो मेरे होंठो को चूसा, और फिर उन्होंने मुझे सीधा लेटा दिया। ( Uncle Gay Sex Story )

फिर उन्होंने मुझे उल्टा कर दिया, और वो मेरी गांड पर हाथ फेरने लग गया। फिर उन्होंने मेरी गांड के छेद पर थूक लगा दिया।

मुझे ये अच्छा लग रहा था, इसी बीच अंकल मेरे ऊपर चढ़ गए। और उनका लंड मेरी गांड में चला गया, 

जब उनका गरम गरम लंड मेरी गांड के छेद पर लगा, तो मुझे कसम से बहुत मजा आया था।

फिर अंकल ने थोड़ा सा जोर लगाया और उनका लंड का टोपा मेरी गांड में घुस गया। 

दोस्तो मैं आपको नहीं बताता कि उस समय मुझे कितना दर्द हुआ था। अंकल फिर से धक्का मारने वाले थे, पर मैंने उन्हें मना कर दिया।

अंकल – ठीक है अगर गांड में नहीं लेना, तो इसे अपने मुँह में ले लो। ( Uncle Gay Sex Story )

मैंने लंड को मुँह में लेने को राजी हो गया, तब उन्होंने मुझे अच्छा लेटा दिया। अब अंकल मेरे मुँह में अपना बड़ा सा लंड डालने लग गये। 

अंकल अपने लंड को अंदर बाहर करके मेरे मुँह को चोद रहे थे।

इस्से मेरी सांसे रुक रही थी, पर वो मेरा मुँह छोड़ देते ही जा रहे थे। करीब 15 मिनट बाद मेरे मुँह के अंदर अंकल ने अपना सारा माल निकाल दिया। 

अंकल ने मेरे मुँह से लंड नहीं निकाला, इसलिए मुझे उल्टी आने वाली हो गई।

और फिर मुख्य बाथरूम की तरफ से भागा, और फिर मुख्य वाशरूम में दर्द से अपने मुँह को साफ करके वापस आया। 

मैंने और अंकल ने एक दूसरे से कुछ नहीं कहा, और फिर मैं सो गया।

सोने से पहले मैं ये सोच रहा था कि आज मैंने ये क्या कर दिया है। अगले दिन सुबह मैं उठा तो मैंने देखा कि अंकल नया पेपर पैड लेकर आए थे। 

आज रविवार था और मुझे अब बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी।

इसलिए मैं बिस्तर पर ही लेटा रहा, कुछ देर बाद वो आये और मुझे उनसे मिलने को कहा। मैं जैसे ही बिस्तर से उठा तो अंकल से मुझे खा.

अंकल – रात को केसा लगा?

ये सुन कर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं बोला – अंकल अच्छा लगा।

फिर अंकल मेरे पास आये और वो बोले – अच्छा एक बार फिर से चूस ले।

मैंने उनका लंड चूसने को मान लिया, क्योंकि मुझे अब तक उनका लंड बहुत अच्छा लगने लगा था। 

मैंने बिना कुछ कहे बड़े आराम से उनका लंड चूसने लग गया, और फिर अंकल ने अपना पानी मेरे मुँह में निकाल दिया।

फिर फ्रेश होकर हमने नाश्ता किया, और फिर हम दोनों ने साथ ही टीवी देखा। 

अंकल खुद ही खाना बनाते थे, और जब वो डोफर का खाना बना रहे थे। तब भी मैं उनका लंड चूस रहा था।

दोपहर के खाने के बाद हम सो गये, और फिर शाम को अंकल मार्केट में चले गये। ( Uncle Gay Sex Story )

वो 7:30 बजे घर आए, फिर वो मेरे पास आए और मुझे एक पैकेट दिखा कर अंकल बोले।

अंकल – जाओ जड़ी से फ्रेश हो, और फिर ये सब पहन कर आना।

मैं वो पैकेट ले कर बाथरूम में गया, जाते ही मैंने वो पैकेट खोला। और मैंने देखा कि उसमें लड़कियों की फ्रॉक और ब्रा पैंटी है। 

ये देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने जल्दी से अपना हाथ मुँह धोया, और फिर वो सब मैंने पहन लिया।

मेरा लंड खड़ा था, और उसका प्रीकम भी हो गया था। पर मुझे अब बाहर जाने में बहुत शर्म आ रही थी। 

पर मुझे बाहर तो जाना ही था, इसलिए मैं हिम्मत करके बाहर चला गया।

मैंने देखा कि अंकल बाहर बीयर ले कर तौलिया में बैठे टीवी देख रहे थे। अंकल ने मुझे देखा और वो मुझे बोले।

अंकल – चल अब मेरे सामने नीचे बैठ जा। ( Uncle Gay Sex Story )

मैं उनके सामने नीचे बैठ गया, और फिर अंकल ने मुझे बीयर पिलाई। और मैं बीयर पी गया, फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाल लिया। 

फिर उन्होंने अपना लंड मेरे बियर गिलास में डुबो दिया, और वो ही बियर उन्होंने मुझे पीने को खा।

मैं कभी लंड चूस रहा था, तो कभी बीयर पी रहा था। और अब मुझे धीरे-धीरे नशा भी हो रहा था। 

अब लड़कियों की ड्रेस और बीयर का नशा, मुझे ये सब बहुत ही मजा दे रहे हैं।

फिर अंकल ने एक बोरोलीन की ट्यूब निकाली और उसे मेरी गांड के छेद में डाल दिया, और अपने लंड पर वो लगाने लग गये। 

फिर अंकल ने मुझे घमाय और मेरी पैंटी उतार कर, वो मुझे अपने लंड पर बैठाने लग गयी।

मुझे पहली बार थोड़ा सा दर्द हुआ, पर फिर धीरे-धीरे अंकल ने अपना पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया। 

आज मुझे जरा सा भी दर्द नहीं हो रहा था, फिर उन्होंने मुझे डाइनिंग टेबल पर आधा खड़ा करके लेटा दिया।

और अंकल पीछे से मेरी गांड को जोर जोर से चोदने लग गये। मैं नशे में था, इसलिए मुझे चुदाई बहुत अच्छी लग रही थी। 

करीब 15-20 मिनट की चुदाई के बाद अंकल ने अपने लंड का पानी मेरी गांड में निकाल दिया।

मुझे अपनी गांड में गरम गरम दिक्कत हुई। फिर अंकल बाथरूम में जाकर अपना लंड साफ करके आये। 

और वो सोफे पर बैठ कर टीवी देखने लग गये, मैं भी उसके पास बैठ गया।

इस बार मैं खुद ही उनका लंड चूसने लग गया, शायद मैं नशे में पागल हो रहा था। ( Uncle Gay Sex Story )

फिर अंकल मुझे अपने साथ बाथरूम में ले गए, और अंकल ने मुझे जब नीचे बिठा दिया।

अंकल अपने साथ बीयर और एक गिलास ले कर आये थे। 

अंकल ने गिलास में थोड़ी सी बीयर डाली, और फिर उन्होंने गिलास में पेशब कर दिया।

अंकल – ले इसे पी ले।

मैं – मैं नहीं पियूंगा।

अंकल – ठीक है, तू लंड ही चूस ले।

मैं – ठीक है.

फिर अंकल ने मेरे मुँह में लंड डाला, और तभी अंकल ने मेरे मुँह में ही पेशाब कर दिया। नशे में होने के कारण मैं उनके पेशाब को पानी की तरह पी गया।

अंकल – बहुत अच्छा ले अब बीयर भी पी ले।

फिर अंकल ने वो पेशाब मिक्स बीयर भी मुझे पिला दी। मैं नशे में था, 

इसलिए मुझे ये सब बहुत अच्छा लग रहा था। फिर अंकल ने मुझे बाथरूम में ही चोदना शुरू कर दिया।

मैं – अंकल इस बार मैं आपका कम पीना चाहता हूँ। ( Uncle Gay Sex Story )

ये सुनते ही अंकल खुश हो गए, और अब की बार जैसे ही उनका निकलने वाला था। 

तो उन्होंने मेरी गांड में से लंड निकाल कर, सीधे मेरे मुँह में डाल दिया। मैंने भी उनका सारा पानी पी लिया।

फिर हम दोनो फ्रेश हो गए, और दोनो सो गए। जब सुबह मैं उठी तो अंकल सो रहे थे, 

मैं खुद ही उनका लंड चूसने लग गया। कुछ ही देर में वो उठ गए, और वो मुझे बोले।

अंकल – चल उठ और बाथरूम में चल।

मुख्य बाथरूम में आया और नीचे बैठ कर अंकल के लंड को जोर जोर से चूसने लगा।

मैं – अंकल अब आपका पेशा आ रहा है, तो प्लीज मेरे मुँह में ही कर दो।

अंकल ने मेरे मुँह में ही पेशाब कर दिया, पर अब ये वाला पेशाब बहुत ही नमकीन था। 

रात वाले पेशाब का स्वाद काफी अच्छा था, पर कसम से मजा बहुत आ रहा था।

फिर अंकल ने मेरी गांड पर थूक लगाया और वो मुझे चोदने लग गयी। मुझे इस बार बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था, 

रात नशे में मुझे दर्द का पता नहीं चल रहा था। पर थोड़ी देर के दर्द के बाद मुझे मजा आने लग गया। ( Uncle Gay Sex Story )

फिर जब अंकल के पानी निकला तो उन्होंने अपनी मेरी गांड से निकाला। उनका लंड मेरी गांड के रस से लपला था और उनके पानी से लपला था। 

मैं उनके लंड देखते ही चूसने लग गया, और मैंने उनके लंड को साफ़ चूस कर दिया।

दोस्तो आज के लिए यहीं तक, आगे अंकल ने मेरे साथ क्या-क्या और किस-किस तरह किया। ये मैं अपनी Gay Sex Story Hindi में जल्दी ही बताऊंगा।

This will close in 0 seconds


हाई प्रोफाइल Indian College कॉल गर्ल्स और Russian कॉल गर्ल्स बुक करें

  1. WhatsApp Number

This will close in 0 seconds

This will close in 0 seconds

This will close in 0 seconds

This will close in 0 seconds

Don't Copy