हेलो दोस्तों कैसे हो उम्मीद करता हूँ आप सब बढ़िया होंगे। आज की समलैंगिक कहानी में Land Chusne ki Fantasy कैसे पूरी की चलिए पढ़ते है Hindi Gay Sex Story।
मेरा रूटीन बहुत अच्छा चल रहा था फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिसने मेरी पूरी लाइफ बदल दी।
मैं शुरू से ही जानता था कि मैं Gay हूं लेकिन ज्यादा कभी इन सब में इन्वॉल्व नहीं हुआ था।
मुझे लेकिन हमारे बीच एक फैंटसी थी कि किसी जाट का लंड चूसना है। मैंने जाट के बारे में बहुत सुना था कि पागलो की तरह सेक्स करते हैं।
मैंने अब तक कभी gay sex नहीं किया था। तो बात सर्दी की एक शाम की है जब मैं अपने पीजी के सामने खाना खाकर चल रहा था।
मैंने देखा कि 35 साल का लड़का अपनी ब्लैक फॉर्च्यूनर के सामने सिगरेट पी रहा था। मुझे देखने में वो एकदम मर्दाना सा लगा।
मन हुआ कि अभी जाकर उसका लंड पकड़ लू और चूस लू। खैर मैं वॉक करने लगा और जान बुझ के बार-बार उसके सामने से आना जाना करने लगा।
उसने मुझे नोटिस किया. फिर मैंने उसे देखा तो वो भी मुझे देखने लगा। हम दोनो के बीच कम से कम 15 मिनट तक आँख से संपर्क होने लगा।
चलते चलते. मजा आया था। बन्दे की कद काठी बढिया थी। काम से कम 6 फुट का जाट था और एकदम सेक्सी दाढ़ी थी हल्की. ठंड थी तो जैकेट पहनना हुआ था।
वो समझ चुका था कि मैं उससे क्या चाहता हूँ। कुछ देर बाद वो मुझे देख के अपना लंड ढूंढने लगा। और फिर ठुक देता रोड पे. मेरा तो खड़ा होने लगा था।
फिर वो जाके गाड़ी में बैठ गया। मैं सोचती हूँ बहन पानी में। पर ऐसा नहीं था. वो तो जाल बिछा रहा था।
मैंने हिम्मत की और उसकी गाड़ी की खिड़की से बोला “यहाँ बीयर शॉप कहाँ है?” मेरी नज़र नीचे गई तो उसने अपना लंड निकाल रखा था।
उसका लंड खड़ा था. करीब 8 इंच का लंड था. मेरा मुँह खुला का खुला रह गया। उससे मुझसे बोला “बीयर पीएगा के?” मैंने कहा “हाँ”
वो- “आजा बैठ गाड़ी में, चलते हैं साथ बियर लेने”
मैंने हिम्मत की और बैठ गया गाड़ी में।
वो- “गांडू है के?” मैं- “ऐसा नहीं है”
वो- “तो तब से डोरे क्यों डाल रहा है?”
मैंने मुस्कुरा दिया
उसने कहा “चुसेगा”
मैंने फिर मुस्कुरा दिया.
उसने मेरा सर पकड़ा और अपने लंड की तरफ झुका दिया
मैंने इंतज़ार नहीं किया और सीधे उसके लंड को चूसना चालू कर दिया
“वाह बेटे, तू तो बहुत बढ़िया चूसता है, कब से कर रहा है ये सब?”
मैंने कहा “2 साल”
चल सही है। ये बोलके उसने गाड़ी चालू करली
मैंने कहा “कहा लेजा रहे हो?”
“यहाँ पास में ही कमरा है मेरा”
“यार मुझे उतार दो”
“अबे चल, मेरे लंड को शांत कर पहले”
मैंने चूसना जारी रखा, सेक्टर 45 में बोला चल उतर और मेरे पीछे पीछे आ।
रास्ते में ही उसने बताया कि उसका नाम नीरज है। और वो एक जाट है. मैंने उसके पीछे-पीछे गया तो देखा कि वह मुझे एक पीजी के कमरे में ले गया।
और एक दरवाजे में ख़त ख़तय। मैंने बोला यहा जब कोई और है तो मुझे क्यों ले जा रहे हो। “चुप चाप चल मेरे साथ यहीं खड़े खड़े गांड मार लूंगा”
दरवाजा खुला और एक बहुत ही खूबसूरत लड़का सामने आया। नीरज से भी ज्यादा सुंदर, मांसल शरीर और एकदम मर्दाना करीब 40 साल का। मैं उसको देखता ही रह गया
नीरज- “ले भाई आज तेरे लिए फ्री की रंडी लेकर आया हूँ, बहुत बढ़िया चुस्त है ये रंड”
उस बंदे का नाम था सुमित,
सुमित- “अबे साले अब ये दिन आगये की लड़के से काम चलाना पड़ेगा, चूतिया है के तू?
” नीरज- “अबे अँधेरे में क्या लड़का और क्या लड़की?” सुमित-“चल ला ले अंदर, देखते है क्या करना है इसका”
मैं अंदर गया, एक बेडरूम था बस, बीयर की कम से कम 50 बोतल पड़ी थी वहा, सिगरेट की बुझी हुई तिलिया दिख रही थी हर कहीं।
मैं जाकर बिस्तर में बैठ गया,
नीरज-“अबे साले रंडी, बहन में बिना पूछे बैठा कैसे, नीचे जमीन में बैठ”
जब नीरज ने ऐसा बोला तो मुझे बहुत बुरा लगा और मैं खड़े हो गया तभी सुमित बोला
“अरे भाई धंग से बात करले बेचारे से, एक तो मुझे आज़ाद कर देगा भूल भुलैया से दूर।
मुझे सुमित की बात सुनकर बहुत अच्छा लगा, ये समझो कि सुमित दिखने में जितना अच्छा था,
उससे कहीं ज्यादा दिल से अच्छा था। मैं बहुत खुश होऊंगा। नीरज ने अपना लंड निकाल लिया और बोला
“चल रंडी आजा, चूस मेरा लौड़ा अब
मैं अपने घुटनों में बैठ गया और उसका लंड चूसना चालू कर दिया,
नीरज-“ आह्ह्ह्ह आह्ह्ह, अबे ये बहन का लौड़ा बहुत बढ़िया चूसता है, चल मादरचोद मेरे और भी चाट, आज से जब भी चुसवाने का मन होगा तभी लेके आऊंगा और अपना माल भी पिलाऊंगा,
असली रंडी बनाऊंगा, इस तरह की बहुत सी बातें नीरज चुसवा रहा था, और सुमित एक कुर्सी पर बैठ कर सिगरेट पीते हुए सब सुन रहा था और मुझे देख रहा था,
मैंने चूसने की रफ़्तार बढ़ाई..
नीरज-“आआह झाड़ने वाला हूँ, आह्ह्ह्ह आह्ह्ह”
ये कहते हुए उसने अपना लंड मेरे मुँह से निकाला और मेरे चेहरे पर 8 से 10 पिचकारी छोड़ी, इतना माल निकला की क्या बताओ.
मैंने जिंदगी में कभी किसी का इतना निकलते हुए नहीं देखा था। मेरा पूरा चेहरा में उसका साथ था।
मैने हल्का चटा तो एकदम कड़वा कड़वा स्वाद था।
मैं अपना चेहरा साफ़ करने के लिए बाथरूम गया, जाते समय मैंने सुमित को देखा तो वो मुझे देख के अपना लंड ढूंढ रहा था, मैं समझ गया था कि अब सुमित चुसाने वाला है…
आगे की Gay Sex Story Hindi अगले भाग में।