नमस्कार पाठकगण, मैं मुकेश। ये Rand Ki Bur Chudai की कहानी तब की है जब मैं प्रथम वर्ष में पढ़ता था।
तो अब Desi Sex Kahani पे आते हैं।
मार्च का महीना था, और मेरे घर के सारे लोग एक रिश्तेदार की शादी में गए हुए थे। मेरे घर के पास में एक आंटी रहती थी,
जो अपने घर में रंडियां रखती थी। मेरा एग्जाम ख़तम होने के बाद मुझे रंडी को चोदने की नौबत आई,
और मैं सोच रहा था कि कैसे उस आंटी के घर में जाकर रंडी को चोदू। तो मैं जैसे-तैसे हिम्मत करके उस आंटी के घर पर पहुंच गया,
और दरवाजा खटखटाया। तब उधर से एक लड़की ने दरवाजा खोला। वह लगभग 24-25 मिनट की होगी।
मैं देखता ही पागल हो गया, और मेरा हथियार सलामी देने लगा। तब उसने सामने से पूछा-
लड़की: क्या बात है, किसको ढूंढ रहे हैं?
मैं: वो आंटी नहीं है क्या?
लड़की: नहीं, वो तो नहीं है। पर आपको क्या काम है?
मैं: वो कुछ नहीं (हकलाते हुए). लड़की (मेरा हाल समझते हुए): अरे कोई बात है तो कहिए, मैं हूं ना।
मैं: नहीं वो, कुछ नहीं।
लड़की: रात गुज़रनी है (मेरी चुटकी लेते हुए)? मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ी।
मैं: जी हां, अब थोड़ा मन था तो आ गया। » Rand Ki Bur Chudai
लड़की: कोई नहीं, आ जाओ अंदर। फिर मैं अन्दर चला गया। लड़की ने एक कमरे में बैठने को बोला और कहा-
लड़की: तुम रुको, मैं आती हूँ।
और वो चली गई. मेरी फटी पड़ी थी दोस्तों, क्योंकि ये मेरा पहला टाइम था। थोड़ी ही देर में वो आई और बोली-
लड़की: आओ बाहर.
मैं बाहर आया तो देखा 2 और लड़कियाँ थीं। एक ने नीली जींस और लाल टॉप पहना था, और दूसरी ने काले रंग का गाउन पहना था।
मिन देखते ही पागल हो गया दोस्तों। लड़की: देखो ये दोनो है, और मैं भी हूँ। रेट फिक्स है, 4000 पूरी रात का।
पसंद कर लो, और यहीं कमरे में रह जाओ सुबह 5 बजे तक। मैंने थोड़ी देर सोचा और बोला-
मैं: आपके साथ.
लड़की (जल्दी हुई): चल कोई नहीं। थोड़ा रुक जा, मैं फ्रेश हो जाती हूँ। मैं वही रुका रहा. थोड़ी देर में वो लड़की आई,
और मैं पहली बार उसे देखता ही रह गया। उसने सफ़ेद रंग का वनपीस पहना था, और परफ्यूम की महक से मदक खुशबू आ रही थी।
लड़की (सिगरेट जलाते हुए): पिएगा? मैं: हा दोगी तब ना. और मैंने सिगरेट उसके हाथो से लेते हुए काश लगाया। » Rand Ki Bur Chudai
लड़की: तेरा पहली बार है ना? मैं (दबी आवाज़ में) हाँ. लड़की: चल आज तुझे जन्नत की सैर कराती हूँ, तू भी क्या याद रखेगा।
इतना कहते ही उसने मुझे हल्का सा धक्का दे दिया, और मैं बिस्तर पर गिर गया। फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गई,
और अपने लाल-लाल लिपस्टिक वाले होठों पर रख के छूने लगी। मैं भी उसका साथ देने लगा, और धीरे-धीरे उसके स्तन दबाने लगा।
ये सिलसिला 20 मिनट के लिए चलेगा, और हम आज़ाद हुए एक-दूसरे से। लड़की: क्यों, कैसा लगा मेरे राजा?
मैं: लगता है आज सच-मुच में मुझे जन्नत नसीब होगी। लड़की ये सुनते ही मेरी टी-शर्ट उतारने लगी।
फिर मेरी पैंट. उसके बाद मैं अर्धनग्न थी, और वो मेरे बॉक्सर के ऊपर से ही मेरे लंड को चाटने लगी। तो मैंने कहा-
मैं: जानेमन, बस ऊपर से ही चूसोगी या इसको खोल कर मुँह में भी लोगी?
इतना सुनते ही उसने लंड को बॉक्सर से आज़ाद किया, और अपने नरम-नरम होंठों से किस करते हुए अपने मुँह में भर लिया। फ़िर ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी।
दोस्तों क्या बताऊं, मैं तो समझो सच-मुच जन्नत की सैर कर रहा था। थोड़ी देर बाद उसने अपना लंड मुँह से निकाला और अपनी वनपीस निकाल फेंकी। » Rand Ki Bur Chudai
उसने अंदर नीले रंग की ब्रा और उसी रंग की पैंटी पहन रखी थी। मैं उसके दोनो बूब्स को ऊपर से ही दबा रहा था, और तब उस लड़की ने कहा-
लड़की: राजा ऊपर से ही करोगे या खुल कर मुझे भी मज़ा दोगे?
मैंने ये सुनते ही झाट से उसकी ब्रा और पैंटी खोल दी। उसके स्तन बड़े-बड़े मगर थोड़े झूले हुए थे। मैंने उनको अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा।
दूसरे को अपने दूसरे हाथ से मसलने लगा। थोड़ी देर में मैंने अपने स्तनों पर अपनी पोजीशन बदल ली, और उसको भी चूसने लगा।
स्तन चूसने के बाद हमने ६९ की पोजीशन में (जो कि उसे ही बताई थी) की, और एक दूसरे के सामान को चूसने और चाटने लगे।
थोड़ी देर में मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ, और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया। वो बिना कुछ बोले सारा माल पी गई।
अब हम अलग हुए. लड़की: तेरा तो बहुत मोटा है रे। मेरी तो जान निकाल देगा ये. और ये कह के फिर मेरे लंड को सहलाने लगी।
करीब 10 मिनट बाद मेरा लंड पहली सलामी देने लगा और अबकी बार थी जन्नत की सैर करने की।
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जैसे ही लंड खड़ा हुआ, उसने हेलमेट चढ़ाया और खुद एक तकिये के सहारे ले गयी। फिर अपने दोनो पैर फेल कर बोली-
लड़की: चढ़ जा.
मैंने वैसा ही किया और धक्के मारने लगा। दोस्तों क्या टाइट बुर थी, मज़ा आ गया।
मैं धक्के मार गया, और वो करने लगी और बोलने लगी-
लड़की: मादरचोद, कितना मोटा है रे तेरा! मेरी जान निकल रही है. जल्दी कर, अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
दोस्तों वो एक रंडी होने के बावजूद मेरे मोटे लंड के धक्कों से कराह रही थी। मैंने करीब 25-30 मिनट तक धक्का मारा और मैं उसकी बुर में ही झड़ गया।
थोड़ी देर वैसे ही रहने के बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला, और हेलमेट निकाल कर नीचे पड़े हुए डस्टबिन में फेंक दिया। इतने में लड़की बोली-
लड़की: साले तूने तो जान निकाल दी। पर मज़ा मुझे भी आया. मैं: जानेमन तो सच में जन्नत दिखायी।
लड़की: अभी 2 राउंड बाकी है। मैं: तो चल होजा शुरू। » Rand Ki Bur Chudai
लड़की: रुक जा राजा, अभी तो १ बजे है। थोड़ा आराम कर ले, 3 बजे फिर करेंगे। और इस बार पोजीशन चेंज करके।
और वो इतना कहते ही मुझे एक जोरदार किस करके सो गई। उस रात दोस्तों हमने 3 बार चुदाई की,
और सुबह 6 बजे मेरी आंख खुली, और मैं पैसे देकर चोरी छुपे निकल गया। तो दोस्तों आप बताओ ये कहानी कैसी लगी?
उस दिन के बाद मैंने बाकी की दो और रंडियों को भी चोदा, वो जानिये दूसरे Randi ki Chudai ki Kahani भाग 2 में।
तब तक आप सब कृपा करके मेरी ईमेल आईडी पर फीडबैक दीजिए।
3 thoughts on “ताबड़तोड़ रंडी की बुर चुदाई » Rand Ki Bur Chudai”